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Shorts | सोमवार स्पेशल - शिव चालीसा | Shiv Chalisa by Anup Jalota | Pen Bhakti | Devotional Song

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Published 23 Aug 2021

#shorts | सोमवार स्पेशल - शिव चालीसा | Shiv Chalisa by Anup Jalota | Pen Bhakti | Devotional Song Shiv Chalisa is a devotional song dedicated to the Hindu deity, Lord Shiva. Adapted from the Shiva Purana, it consists of 40 (Chalis) chaupais (verses) and recited daily or on special festivals. Lyrics: ॥ दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान। कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ॥ चौपाई ॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ 4 मैना मातु की हवे दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे ॥ कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ ॥ 8 देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी ॥ तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ ॥ आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा ॥ 12 त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तासु पुरारी ॥ दानिन महँ तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई ॥ 16 प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला ॥ कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥ पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥ सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी ॥ 20 एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर ॥ जय जय जय अनन्त अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी ॥ दुष्ट सकल नित मोहि सतावै। भ्रमत रहौं मोहि चैन न आवै ॥ 24 त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो ॥ लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई ॥ स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी ॥ 28 धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं ॥ अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥ योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं ॥ 32 नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी ॥ पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई ॥ 36 पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा ॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥ जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्त धाम शिवपुर में पावे ॥ 40 कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी ॥ ॥ दोहा ॥ नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा। तुम मेरी मनोकामना, पूर्ण करो जगदीश ॥ मगसर छठि हेमन्त ॠतु, संवत चौसठ जान। अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण Title: Shiv Chalisa Singer: Anup Jalota Music & Compose: Sanjayraj (SRG) Lyrics: Traditional Chorus: Shobha Samant, Suchita Dalvi, Paurnima Shah, Mohan Morajkar, Mohan Shravan, Santosh Salve Musician:- Sachin Dhamankar, Satish Dhamankar, Pankaj Gupte, & Milind Shevade Music Programming: Rajesh Rathod Recording Studio: Buss In Mix Mastering: Satyajit Chikhale, Virat Bhushetty #shivchalisa #शिवचालीसा #anupjalota #lyrical #devotional #penbhakti Please do visit, for the latest updates:- www.facebook.com/penbhakti www.instagram.com/penbhakti 👉 Log On To Our Official Website : https://penstudios.in/

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